2 नवंबर को क्या होगा..क्या 2 नवंबर का दिन आम आदमी पार्टी के लिए बहुत बुरा साबित होने जा रहा..क्या 2 नवंबर को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल गिरफ्तार कर लिए जाएंगे..क्या 2 नवंबर को ईडी के सहारे बीजेपी अपना फाइनल दांव चलने जा रही है..पूछताछ करने के बाद क्या दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया जाएगा?
आम आदमी पार्टी की नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी मार्लेना यही कह रही हैं..ईडी की पूछताछ..महज औपचारिकता मात्र है..उनको जो जानकारी मिल रही है..उसके हिसाब से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी तय है। आतिशी ने इसे बीजेपी की साजिश बताया है। आतिशी का कहना है..बीजेपी ने पहले ईडी से समन भिजवाया..अब पूछताछ के बहाने अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तार कर लिया जाएगा। अतिशी का मानना है कि ऐसा बीजेपी आम आदमी पार्टी से मिल रही सियासी चुनौतियों की वजह से कर रही है। बीजेपी आम आदमी पार्टी को खत्म कर देना चाहती है। यही वजह है.. बीजेपी एक-एक करके आम आदमी पार्टी के बड़े नेताओं को गिरफ्तार करवा रही है।
आतिशी का ये भी मानना है कि इंडिया गठबंधन के सामने आने के बाद से बीजेपी को 2024 की राह मुश्किल लगने लगी है। इस वजह से भी बीजेपी एक बड़ी तैयारी में है। इंडिया गठबंधन के शीर्ष नेताओं को खुले सियासी मैदान से दूर कर..उन्हें सलाखों के पीछे करने के प्लान पर बीजेपी काम कर रही है। आतिशी ने बताया कि बीजेपी की इस लिस्ट में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बाद..बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का भी नाम है।
आतिशी का बयान सामने आने के बाद..दिल्ली की सियासत में अटकलों का बाजार गर्म है..अगर अरविंद केजरीवाल गिरफ्तार हो जाते हैं तो दिल्ली का मुख्यमंत्री कौन होगा? कौन है वो शख्स जिसके सिर दिल्ली की सत्ता का कांटों भरा ताज होगा? अगर मनीष सिसोदिया बाहर होते तो वही दिल्ली के सीएम बनते..लेकिन इस वक्त तो वो भी जेल में ही हैं। सुप्रीम कोर्ट के इंकार के बाद..उनके अभी जल्द बाहर आने की संभावना भी बहुत कम रह गई है।
ऐसे में सूत्रों के हवाले से जो ख़बर मिल रही है..उसके अनुसार सबसे आगे नाम आतिशी मार्लेना का ही चल रहा है। मनीष सिसोदिया के जेल जाने के बाद से आतिशी का कद दिल्ली सरकार में तेजी से बढ़ा। इस वक्त वो अरविंद केजरीवाल की सबसे भरोसेमंद मानी जाती हैं। उनकी सियासी छवि भी बेदाग रही है। सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद आतिशी को दिल्ली सरकार में मंत्री बनाया गया था। इस वक्त दिल्ली सरकार में वो अकेली महिला मंत्री हैं। उनके पास 13 विभाग हैं।
अभी 6 दिन पहले ही..25 अक्टूबर को आतिशी को जल विभाग दिया गया..जो सौरभ भारद्वाज के पास था। जल विभाग संभालना..दिल्ली सरकार के अंदर काफी टफ टास्क माना जाता है। आतिशी का बोझ कम करते हुए पर्यटन, कला और संस्कृति का कार्यभार सौरभ भारद्वाज को सौंप दिया गया। 8 अगस्त को आतिशी को सर्विस और विजिलेंस का जिम्मा भी दिया गया। उससे पहले जून में वित्त, नियोजन और राजस्व विभाग भी आतिशी को सौंपा गया..जो कैलाश गहलोत के पास था।
संकेत साफ है..आतिशी ने सबसे मुश्किल विभागों को संभाल कर अपनी काबिलियत तो साबित कर दी है..शायद अब उन्हें दिल्ली का मुख्यमंत्री पद संभालने का मौका भी मिल जाए..आईआईटी पास सीएम के बाद..दिल्ली को ऑक्सफोर्ड से पढ़ा सीएम मिल जाए..!