क्रिकेट का जादू या पैसों का खेल?

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क्रिकेट वर्ल्ड कप भारतीय खिलाड़ियों का जादू चल रहा है..या फिर बड़े लेवल पर पैसे को कोई खेल चल रहा है?

इस वक्त बहुत कुछ ऐसा हो रहा है जो इसी ओर इशारा कर रहा है। वर्ल्ड कप में इंडियन क्रिकेट टीम की परफॉर्मेंस कुछ ज्यादा ही सरप्राइजिंग है..एक के बाद एक..जिस तरह की जीत इंडियन क्रिकेट टीम लगातार दर्ज कर रही है..दनादन रिकॉर्ड बन रहे हैं। हर कोई हैरान है। खिलाड़ी हैरान हैं..आम दर्शक हैरान है। टीम की जीत भारत की जीत मानी जाती है..इस वजह से रोमांच भी बहुत ज्यादा देखने को मिल रहा है..क्रिकेट को लेकर जिस तरह की दीवानगी देश में हैं..ऐसा हो रहा है..ऐसा होना भी चाहिए।

लेकिन क्या ये सब कुछ सामान्य खेल प्रक्रिया के तहत हो रहा है.. इस वक्त महादेव ऐप जैसे बदनाम गेमिंग ऐप को लेकर जिस तरह की हलचल है..क्या इसे खेल के मैदान में जो कुछ घटित हो रहा है..उससे बिल्कुल अलग करके देखा जा सकता है। पिछले दिनों जितनी बड़ी मात्रा में छत्तीसगढ़ से कैश की रिकवरी हुई है..5 करोड़ रुपये के करीब कैश मिला..10 करोड़ रुपये बैंक में सीज कर दिए गए। पूरा मामला 500 करोड़ से ज्यादा का बैठता है। बताया जा रहा है..ये  सारा पैसा महादेव ऐप के मालिकों की तरफ से छत्तीसगढ़ चुनाव में खर्च करने के लिए भेजा गया..मतलब क्रिकेट का पैसा राजनीति को प्रभावित कर रहा है..तो क्या ये नहीं माना जा सकता..क्रिकेट का काला पैसा क्रिकेट को प्रभावित कर रहा है..?

इस तरह से देखे तो सारा मामला और भी संदिग्ध लगता है..इस वक्त श्रीलंका के आर्थिक हालात काफी बुरे हैं। भारत से बुरी हार के बाद से ही वहां काफी हंगामा मचा है। वहां की बौखलाई सरकार ने पूरे क्रिकेट बोर्ड को हीं भंग कर दिया है..पूर्व कप्तान रणतुंगा की अध्यक्षता में टीम गठित करके जांच बैठा दी। पाकिस्तान का भी बुरा है। वहां के क्रिकेटरों को पिछले चार महीने से सैलरी नहीं मिली है। वर्ल्ड कप के ठीक पहले वहां काफी हंगामा हो चुका है।

बांग्लादेश की हालत भी बहुत अच्छी नहीं है। अफगानिस्तान की हालत बुरी होने के बावजूद वहां के खिलाड़ी जरूर हैरान कर रहे हैं।  

कुछ मिलाकर..जिस तरह के आर्थिक हालात इस वक्त दुनिया के कई देशों में हैं..जाहिर सी बात है इसका असर वहां के खेल और खिलाड़ियों पर भी हो रहा होगा। ऐसे में क्रिकेट के नाम पर हजारों करोड़ों की सट्टेबाजी करने वालों के जाल में खिलाड़ी न फंसे..मानना जरा मुश्किल लगता है। और तो और..जिस तरह से भारत-पाकिस्तान को सेमीफाइनल में एक बार फिर आमने-सामने लाने की तैयारी दिख रही है..सवाल उठना लाजमी है..क्रिकेट का जादू चल रहा है या फिर पैसों का गंदा खेल?