#Young@40
कहते हैं कि आजकल चालीस वालों का ही जमाना है। चाहे फिल्म इंडस्ट्री को देख लीजिए या फिर राजनीति या बिजनेस की दुनिया, हर तरफ चालीस वर्ष की उम्र वालों की हीं चर्चा है। वही लीड कर रहे हैं। आज की तारीख में किसी भी क्षेत्र में जिस तरह की प्रतिस्पर्धा का सामना आम इंसान को करना पड़ रहा है, 20 और 30 का दशक तो हाई स्ट्रग में ही निकल जाता है। इंसान होश संभाल पाता है चालीस में प्रवेश के बाद। सफलता और समृद्धि के साथ साथ सोच का पैरामीटर भी लगभग सेट हो चुका होता है। मतलब चुनौतियों ने जीवन शैली पर जबरदस्त प्रभाव डाला है। जीवन को समझते हुए जीवन का सच्चा आनंद लेने की उम्र शुरू होती है वर्ष चालीस में प्रवेश के साथ।
ऐसे में आवश्यक है कि आप अपने तन और मन को स्वस्थ रखने की दिशा में सजग रहें। क्योंकि स्वस्थ शरीर सुखी जीवन की पहली प्राथमिकता है। आप तन और मन दोनों से स्वस्थ रहेंगे तभी सच्चे अर्थों में जीवन का आनंद ले सकेंगे।
इस संदर्भ में आपको कुछ बातों का ध्यान रखना है-
- अपना बीपी और ब्लडशुगर लेवल पर नजर बनाए रखना है। समय समय पर इसे चेक करते रहना है।
- अपने खाने में कुछ चीजों का नियंत्रित इस्तेमाल करना है, जैसे – नमक, चीनी, स्टार्ट वाली वस्तुएं।
- अपने खाने में कुछ चीजों का इस्तेमाल बढ़ा सकते हैं, जैसे – हरी सब्जी, बीन्स, फल, सूखे मेवे आदि।
- तीन विषयों पर बात करने से बचें, इन्हें भूलना ही बेहतर- अपनी उम्र, अपना भूतकात यानी पुरानी बातें, अपनी पुरानी इच्छाओं को एक बार भूल कर नए पर विचार करें।
- चार चीजों का साथ बनाए रखने की कोशिश करें- सच्चे दोस्त, आपकी फिक्र करने वाला परिवार, अपना अलग से एक कमरा और सकारात्मक सोच।
- चीजें जो आपको स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं- नियमित अंतराल पर उपवास/ व्रत, मुस्कराहट/ हंसी, एक्सरसाइज/ टहलना/ प्राणायाम, वजन पर नियंत्रण, सामाजिक या परोपकारी काम।
- कुछ बातों से आपको परहेज करना है- तेज भूख लगने तक खाने का इंतजार नहीं करना है, तेज प्यास लगने तक पानी पीने का इंतजार नहीं करना है, तेज नींद आने तक बिस्तर पर जाने का इंतजार नहीं करना है, बीमार पड़ने पर ही मेडिकल चेकअप करवाने का इंतजार नहीं करना है, जब तक परेशानी से न घिर जाएं तभी ईश्वर को याद करने की आदत बदलें, हमेशा ईश्वर को अपने करीब महसूस करें।