रिंकू शर्मा हत्या मामले को लेकर दिल्ली की सियासत उबाल पर है। एक तरफ बीजेपी इस बहाने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को घेरने में जुटी है। उनके रिंकू शर्मा के घर न जाने को लेकर सवाल उठा रही है, परिजनों से न मिलने को मुद्दा बना रही है, तो वहीं आम आदमी पार्टी ने जबरदस्त सियासी गुगली फेंक दी है। पार्टी की तरफ राष्ट्रीय प्रवक्ता और विधायक राघव चड्ढ़ा ने छह सवाल पूछे हैं जिनके जवाब तलाशने में बीजेपी को खासी परेशानी हो सकती है।
विशेषकर बंगाल चुनाव में जिस तरह बीजेपी ‘जय श्री राम’ के नारे के बल पर सियासी समर फतह करने में जुटी है। बीजेपी के लिए इस सवाल का जवाब देना आसान नहीं होगा कि ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने पर दिल्ली में उनके कार्यकर्ता रिंकू शर्मा की मौत पर बीजेपी मौन क्यों है, जबकि दिल्ली की कानून व्यवस्था केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आता है?
आम आदमी पार्टी के सवाल-
- रिंकू शर्मा के परिजनों से मिलने गृहमंत्री क्यों नहीं गए, अभी तक ट्विट क्यों नहीं किया?
- दिल्ली का लॉ एंड ऑर्डर केंद्रीय गृहमंत्री के अधीन है, क्या ये शोभा देता है कि गृहमंत्री बंगाल में उधर चुनाव प्रचार करें, और इधर दिल्ली में ऐसी घटनाएं हो?
- साल 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली ने बीजेपी को सौ प्रतिशत सफलता की सौगात दी, सभी सात सीटें बीजेपी की झोली में डाल दिए, क्या इसलिए दिया कि दिल्ली में ऐसी हत्याएं हो?
रिंकू शर्मा का परिवार बोल रहा है कि ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने की वजह से हत्या हुई, तो क्या इसलिए दिल्ली की जनता ने बीजेपी को वोट दिया?
- दिल्ली के पुलिस कमिश्नर अभी तक रिंकू शर्मा के घर क्यों नहीं गए?
- केंद्र की बीजेपी की सरकार कब रिंकू शर्मा के परिजनों को एक करोड़ रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा करेगी?
- भारतीय जनता पार्टी आरोप लगाती है कि बंगाल में उसके कार्यकर्ताओं की हत्या ‘जय श्री राम’ बोलने की वजह से हो रही है। बंगाल जाकर गृहमंत्री ये बात बोल रहे हैं, लेकिन दिल्ली में ‘जय श्री राम’ बोलने से रिंकू शर्मा की हत्या हो जाती है तो गृहमंत्री और बीजेपी मौन क्यों हैं?