कोरोना काल में भी यदि डॉक्टरों की सैलरी नहीं मिल रही है तो इससे घटिया बात कुछ और नहीं हो सकता। कोरोना वायरस से सीधे मुकाबला कर रहे डॉक्टर और अन्य स्वास्थ्यकर्मी अपनी और अपने परिवार की जान मुसीबत में डाल रहे हैं। समाज इसका कर्ज कभी नहीं चुका सकता। लेकिन इस संकट काल में भी निगम के अस्पतालों में डॉक्टरों की सैलरी सियासी मुद्दा बने इससे दुर्भाग्यपूर्ण कुछ भी नहीं हो सकता।
खबर ये है कि आम आदमी पार्टी की तरफ से कहां जा रहा है कि अगर निगम के डॉक्टरों को अगले तीन दिनों में वेतन नहीं दिया गया तो वे सड़क पर आंदोलन करेंगे। भाजपा शासित निगम के खिलाफ एक तरह से यह खुली चेतावनी है। भाजपा की तरफ से बार बार गुमराह किया जाता रहा कि दिल्ली सरकार ने भुगतान नहीं किया। जबकि आप विधायक राघव चड्ढ़ा ने साफ कर दिया है कि सैलरी के पैसे दिए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि निगम ने मार्च महीने से अब तक हिंदूराव और कस्तूरबा गांधी अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मियों का वेतन नहीं दिया है। अगर दो तीन दिनों में निगम वेतन का भुगतान नहीं करती है तो आप पार्टी सड़कों पर उतर कर कोरोना वारियर्स के हो रहे इस अपमान के प्रति दिल्ली की जनता को जागरूक करेंगे। राघव चड्ढ़ा ने निगम पर भ्रष्टाचार के भी आरोप लगाए।