किसान बिल के समर्थन में दिल्ली के अलग अलग इलाकों में किसान पंचायत का आयोजन रविवार को बीजेपी की तरफ से किया गया। जिसका मकसद दिल्ली के किसानों को बिल की खासियत बताने के साथ केजरीवाल सरकार को घेरने का भी रहा। बवाना में किसान पंचायत को संबोधित करते हुए दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष आदेश गुप्ता कहा कि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार है, लेकिन किसानों को किसान का दर्जा अभी तक नहीं दिया गया है। बिजली हो या खेती किसानी से जुड़ी अन्य तरह की सब्सिडी का लाभ भी यहां के किसानों को हरियाणा की तर्ज पर नहीं मिल सका। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने संसद के अंदर बिल को फाड़कर संसद की गरिमा को ठेस पहुंचाया है।
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए आदेश गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस उन लोगों का समर्थन कर रही है जो किसानों के साथ दगाबाजी करके कमीशन खा रहे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन बिचौलियों को खत्म करने का कानून सुनिश्चित किया और किसानों को दुनिया से जोड़ने का काम किया है।
बीजेपी के सासंदों ने भी मोर्चा थामा। दिल्ली के ग्रामीण इलाकों में किसानों को बिल के बारे जागरूक करते दिखे। प्रवेश साहिब सिंह ने विकासपुरी विधानसभा में आयोजित किसान पंचायत में शिरकत की। तो वही मनोज तिवारी ने करावल नगर के आदर्श गांव सभापुर में किसान चौपाल में हिस्सा लिया। उन्होंने किसानों को केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए किसान बिल के फायदे बताए और बिल को लेकर विपक्षी सियासी पार्टियों के द्वारा फैलाए जा रहे भ्रम से सचेत रहने की बात कही। साथ ही किसानों को भरोसा दिलाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सोच के साथ काम कर रहे हैं कि जब देश का अन्नदाता किसान खुशहाल होगा तो देश की आर्थिक रीढ़ भी मजबूत होगी।
बीजेपी विधायक विजेन्द्र गुप्ता ने बवाना के किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि विधेयक से देश के अन्नदाता को बिचौलियों के चंगुल से मुक्ति मिलेगी। साथ ही कृषि उत्पादन बढ़ने, गुणवत्ता में सुधार होने से किसानों की आय दुगुनी होगी। विपक्ष किसानों को भ्रमित कर राजनैतिक रोटियां सेंक रहा है।