‘स्वच्छ सर्वेक्षण 2020’ की रिपोर्ट ने दिल्ली का सियासी तापमान बढ़ा दिया है। इस रिपोर्ट में ईस्ट दिल्ली की रैंकिंग नीचे से दूसरे नंबर पर है यानी 46 वें स्थान पर है। नॉर्थ दिल्ली का हाल भी बुरा ही है, 43 वें नंबर पर है। थोड़ी राहत साउथ दिल्ली को लेकर है, 31 वें स्थान पर है। देश की राजधानी का ये हाल एमसीडी के नकारेपन को सामने लाता है। जहां पिछले 15 सालों से बीजेपी कब्जा जमाए बैठी है। दिल्ली विधानसभा फतह के बाद से ही आम आदमी पार्टी निगम चुनाव में जोर-शोर से जुट गई है। ऐसे में शहरों की स्वच्छता रिपोर्ट ने आप को मौका दे दिया है। आम आदमी पार्टी ने साफ शब्दों में दिल्ली वालों से मांग रख दी है कि एमसीडी की कमान उनके हाथों में दे दी जाए। फिर देखिए क्या करामात करके दिखाएगी आप पार्टी। देश भर से लोग आपको फोन कर के दिल्ली की सफाई की तारीफ करेंगे। जिस तरह का सराहनीय काम स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में किया गया है उसी तरह का काम स्वच्छता के क्षेत्र में भी कर के दिखाएंगे। आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज ने इसे मोदी की बदनामी बताई, जिसकी जिम्मेदार एमसीडी में बैठी बीजेपी है।
केन्द्रीय शहरी विकास मंत्रालय साल 2016 से देश के सभी शहरों का स्वच्छता सर्वे करवाता है। पहली बार मैसूर शहर अव्वल आया था। लेकिन उसके बाद से लगातार इंदौर शहर बाजी मार रहा है। इस साल भी इंदौर ही पहले नंबर पर है। दूसरे नंबर पर सूरत है और तीसरे नंबर पर नवी मुंबई है। कुल 47 शहरों की स्वच्छता रैंकिंग तैयार की गई है। पटना सबसे आखिर में 47 वें स्थान पर है। भोपाल सातवें स्थान पर है और लखनऊ 12 वें स्थान पर आया है।