‘अब भाभी अपनी पार्टी में’… मुखर्जी नगर वार्ड 15 की निगम पार्षद पूजा मदान के आम आदमी पार्टी ज्वाइन करने के बाद संडे के सेकेंड हाफ में, यानी दोपहर के बाद आप कार्यकर्ताओं के ‘स्वैग से करेंगे सबका स्वागत’.. संगीत वाले म्यूजिकल पोस्ट और सुबह में उनके बीजेपी से निकाले जाने की घोषणा वाली चिट्ठी ने संडे पूरा दिन इलाके की जनता को सोचने पर मजबूर कर दिया कि अब बदहाल सड़क का क्या होगा? अब टूटी नालियों का क्या होगा? गंदगी के अंबार का क्या होगा? जगह जगह जल जमाव का क्या होगा?
क्योंकि कल तक तो यही आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता और नेता पानी पी पीकर इसी बीजेपी पार्षद को कोसते रहते थे। इलाके की बदहाली का सारा दोष उन पर मढ़ते थे। जनता को भी लगता था बस कुछ ही दिनों की बात है, जैसे ही एमसीडी के चुनाव होंगे, बीजेपी एमसीडी की सत्ता से हटेगी और आप पार्टी के आते ही हालात बदल जाएंगे। सब ठीक हो जाएगा। आम आदमी पार्टी सबसे बड़ा दावा भी तो यही करती है कि वो दिल्ली ही नहीं भारत को भ्रष्टाचार मुक्त बनाएंगे। लेकिन इलाके में अपनी भ्रष्ट कार्यशैली के लिए पहचानी वाली पूजा मदान का आप पार्टी ज्वाइन कर लेना लोगों के लिए सबसे बड़ा सरप्राइज रहा।
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता की चिट्ठी भी यही बात प्रमुखता से कहती है कि पूजा को उनके भ्रष्ट आचरण के लिए पार्टी से निकाला गया है।
पूजा मदान के बारे आप कार्यकर्ता और नेता अपने पोस्ट में लिख रहे हैं कि पार्टी की अच्छी नीतियों को देख कर पूजा मदान ने बीजेपी का दामन छोड़ा।
इसका मतलब तो यही निकलता है कि बीजेपी की नीतियां बुरी है। दिल्ली के हित में नहीं हैं। पार्टी अपने पार्षदों को काम नहीं करने दे रही है। बस आम आदमी पार्टी से उलझने के लिए, जनता को सियासी लड़ाई में उलझाए रखने के लिए कहा जाता है। जो भी भ्रष्टाचार पूजा मदान ने किया उसके लिए बीजेपी जिम्मेदार है, वो नहीं। तो क्या बीजेपी की तरफ से उनसे जबरन भ्रष्टाचार करवाया गया?
बीजेपी छोड़ आप पार्टी ज्वाइन कर पूजा मदान बहुत सारे सवाल खड़े कर रही हैं। जिनमें इलाके की जनता उलझी हुई है।
क्या पूजा को आभास हो चला था कि पार्टी उन पर एक्शन के मूड में है? क्या उन्हे लग गया था कि अगले चुनाव में पार्टी उन्हें टिकट नहीं देने जा रही है?
क्या आम आदमी पार्टी के साथ अगले निगम चुनाव में टिकट की डील पक्की हो गई है?
ऐसे ढेर सारे सवालों के जवाब के लिए अभी इंतजार ही करना पड़ेगा।