राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार चौथे दिन तीन हजार से कम दर्ज की गई। पिछले 24 घंटे में 2258 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई। जबकि इसके पहले 2920 कोरोना केसेज सामने आए थे। मतलब दिल्ली कोरोना वायरस से जंग में फिर बढ़त लेती दिख रही है। दिल्ली सरकार हो या फिर केंद्र सरकार दोनो की पैनी नजर दिल्ली पर बनी हुई है। जरा सा कदम लड़खड़ाए नहीं कि मामले बढ़ने लगते हैं। लेकिन फिर चुस्ती के साथ दिल्ली आगे बढ़ती है।
पिछले दिनों जब एकदम से आंकड़ें बढ़ने लगे तो दिल्ली सरकार ने टेस्टिंग बढ़ा दी। ज्यादा से ज्यादा लोगों को टेस्ट करवाने के लिए कहा जाना लगा। इसी वजह से आंकड़े लगातार ज्यादा आने लगे थे। लेकिन फिर तीन हजार से कम होना और फिर आंकड़ों का नीचे की तरफ सरकना राहत देते हैं।
पिछले 24 घंटे में 39 हजार से ज्यादा टेस्ट करवाए गए। मतलब टेस्ट करवाना कम नहीं किया जा रहा। ज्यादा से ज्यादा एरिया कवर किया जा रहा। वहीं कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या 3440 रही, जो कि इसके पिछले दिन 3171 रही थी। लगातार तीसरे दिन संक्रमितों से ज्यादा स्वस्थ होने वालों की संख्या रही।
दिल्ली सरकार का पूरा फोकस डेथ रेट पर नियंत्रण बनाना रहा है। आज के आंकड़े बता रहे हैं कि 34 लोगों की कोरोना से मौत हुई है। जबकि पिछले दिन 37 डेथ हुई।
राजधानी में अब तक कुल संक्रमितों की संख्या 2 लाख 87 हजार से अधिक हो गई है। जिसमें 2 लाख 57 हजार के करीब मरीज ठीक हो चुके हैं। दिल्ली में रिकवरी रेट 88 प्रतिशत से अधिक है। अब तक महामारी से कुल 5472 लोगों की जान जा चुकी है।
जहां तक कोविड जंग की तैयारियों की बात है, दिल्ली के अस्पतालों में मरीजों के लिए कुल 15,840 बेड उपलब्ध हैं। जिनमें केवल 5,989 बेड पर ही मरीज हैं। आज की तारीख में 9,851 बेड खाली है। वहीं कोविड केयर सेंटर में कुल 8,137 बेड हैं, जिनमें केवल 1,226 बेड ही भरे हुए हैं। कोविड हेल्थ सेंटर में 527 बेड हैं, जिनमें 312 भरे हैं और 215 खाली हैं। होम आइसोलेशन में फिलहाल 15 हजार से अधिक लोग रह रहे हैं।
कंटेंटमेंट जोन की संख्या जरूर बढ़ रही है। रोजाना तकरीबन 45 कंटेंटमेंट जोन बनाए जा रहे हैं। 26 सौ से अधिक कंटेंटमेंट जोन की संख्या पहुंच चुकी है। इतना जरूर है कि इसकी परिधि बहुत घट गई हैं। पहले की तुलना में कम लोग जोन के घेरे में रखे जा रहे हैं।