जरा सी बात पर शहर में खून होने लगे तो कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि खून की प्यासी हो गई है दिल्ली। लगातार इस तरह के मामले आ रहे जिसमें छोटी छोटी बात पर कहासूनी होती है और फिर बड़े ही निर्दयता के साथ, दिनदहाड़े चाकू मार कर हत्या जैसी वारदात को अंजाम दिया जाता है।