भारतीय राष्ट्रवाद और हिन्दुत्व का परचम देश मे ही नहीं विदेशों में भी लहरा रहा है। वहां भी लोग बड़ी ही मुखरता से अपने राष्ट्रीय और सांस्कृतिक गौरव की लड़ाई लड़ रहे हैं। और अब उसका प्रभाव भी दिखने लगा है। तभी तो अमेरिका के सिप्सन कॉमिक सीरीज के इंडियन किरदार अपु के लिए उसके पीछे के...
दिल्ली के अवैध बाजार बढ़ा रहे कोरोना
दिल्ली में कोरोना के मामले 10 हजार के पार जा चुके हैं। और इसी के साथ केन्द्र सरकार और दिल्ली सरकार की तकरार बढ़ गई है। ये होता रहा है और फिर हो रहा है। जब भी दिल्ली पर संकट गहराता है, दिल्ली सरकार ‘राग केंद्र’ शुरू...
#Young@40
कहते हैं कि आजकल चालीस वालों का ही जमाना है। चाहे फिल्म इंडस्ट्री को देख लीजिए या फिर राजनीति या बिजनेस की दुनिया, हर तरफ चालीस वर्ष की उम्र वालों की हीं चर्चा है। वही लीड कर रहे हैं। आज की तारीख में किसी भी क्षेत्र में जिस तरह की प्रतिस्पर्धा का...
एक आसमानी मुलाकात हरबर्ट एवरेस्ट और हैरी जेनिंग के साथ !
बहुत नाराज हो रहे थे। बहुत समझाया मान ही नहीं रहे थे। कहने लगे, ये चल क्या रहा है इंडिया में.. हमारे काम को बदनाम इधर इंडिया वाले कर रहे हैं, उधर गालियां हमें पड़ रही हैं। स्वर्ग लोक वाले सोशल मीडिया...
विपक्ष की सार्थक भूमिका निभा रहा था जनसंघ - त्रेहन
साल 1970-71 की बात है, उस समय दिल्ली के कनॉट प्लेस में रीगल बिल्डिंग के पास, आज जहां खादी का बड़ा शोरूम है वहां पर देश के अलग अलग प्रांतों से जनसंघ के जत्थे आया करते थे, वे वहां से संसद मार्ग की तरफ...
MCD के चुनाव पहले करवा दीजिए..प्लीज!
महोदय से अनुरोध है कि लोकहित को लोकतांत्रिक व्यवस्था में सर्वोपरि मानते हुए दिल्ली एमसीडी का चुनाव जल्दी करवा दिया जाए। क्योंकि दिल्ली के हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। मौजूदा व्यवस्था के तहत दिल्ली नगर निगम के चुनाव अगले साल, यानी 2022 के अप्रैल महीने...
सचिन वाजे को विशिष्ट पुलिस सेवा पदक क्यों नहीं?
बेशक बात बड़ी होकर पहली बार सामने आ रही है कि मुंबई पुलिस के एनकाउंटर स्पेशलिस्ट, असिस्टेंट इंस्पेक्टर सचिन वाजे को महाराष्ट्र सरकार के गृहमंत्री अनिल देशमुख की तरफ से 100 करोड़ की उगाही का टारगेट दिया गया था। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई से...
बंगाल में चुनाव ‘हिन्दू-मुसलमान’ पर ही होना चाहिए
पता है इतनी स्पष्टता के साथ किसी भी राजनैतिक दल के लिए ऐसा कहना या करना संभव नहीं। ये भारत के मूल स्वभाव के भी विपरित है। लेकिन बंगाल के इतिहास और मौजूदा समय के वास्तविक हालात को देखते हुए देशहित में ये कहना गलत नहीं...
-आचार्य प्रमोद मिश्रा-
किसी भी लड़का या लड़की के विवाह में देरी कि वे कौन से कारण हैं? जिनके कारण जातक या जातिका का विवाह समय पर नहीं हो पाता है? और जातक जातिका के माता-पिता इसे लेकर बहुत ही कुंठित व दुखी होते हैं। तो आइए जानते हैं विवाह में देरी के प्रमुख...
सच है कि सियासत को सीमाओं में बांध कर नहीं देखा जा सकता। लेकिन मर्यादा और सिद्धांत की सीमा रेखा अभी तक देश की सियासत की दशा और दिशा तय करती रही है, इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता। पिछले कुछ दिनों में देश के सियासी आचरण में जो बदलाव देखा जा रहा है,...