सूचना की शक्ति समझिए
ये जो बार-बार प्रेस कॉन्फ्रेंस हो रहे हैं..सेना के बड़े अधिकारी मीडिया को बुला-बुला कर बता रहे हैं..बीजेपी के बड़े-बड़े नेता समझा रहे हैं..’हमने भी पाकिस्तान पर सही से पलटवार किया’..
उसके पीछे की सबसे बड़ी वजह है..सेना के सूचना तंत्र की बस एक दिन की गड़बड़ी..शुक्रवार यानी..9 मई की रात सही से काम नहीं करना..या फिर ये कहें कि कुछ ज्यादा ही सतर्क और शांत मोड में चला जाना..देर रात तक मीडिया के पास बस पाकिस्तान की तरफ से भारी बमबारी की ही ख़बरें आती रही.. सीमावर्ती इलाकों के रिपोर्टर्स जो जानकारी दे रहे थे बस वही..इधर से पलटवार की कोई ख़बर ही नहीं..और फिर शनिवार शाम को सीजफायर.. इतना ही नहीं..पाकिस्तान की तरफ से सीजफायर तोड़ने के बाद भी जबरदस्त गोलाबारी हुई..उस वक्त भी भारतीय मीडिया सूचना संकट से जूझता रहा..
नतीजे सबके सामने हैं..भारतीय सेना ने जो शुक्रवार देर रात 2 बजे के बाद पाकिस्तान के अहम एयरबेस को तबाह किया..वो ख़बर दब गई.. सोशल मीडिया पर जो प्रोपेगैंडा वॉर चला..उसमें पाक टीम और विरोधियों को भारत के मौजूदा सियासी नेतृत्व को नीचा दिखाने में काफी हद तक सफलता हासिल हुई..
कुल मिलाकर कहा जाए तो..बेशक जंग के मैदान में
भारत ने अपनी सैन्य शक्ति का जबरदस्त परिचय दिया..पाकिस्तान को धूंआ-धूंआ कर दिया..लेकिन सूचना संग्राम में जरा पीछे रह गया..