दिल्ली ने फिर देश को दिशा दिखाने की तरफ कदम बढ़ाया है। दिल्ली की पहली स्किल एंड अन्त्रोप्रेन्योर यूनिवर्सिटी का काम शुरू किया गया। सोमवार को इसकी पहली बोर्ड मीटिंग हुई। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस बैठक की अध्यक्षता की। यूनिवर्सिटी का काम काज सही दिशा में और निर्धारित लक्ष्य के हिसाब से हो इसके लिए जिम्मेदार पदों पर सक्षम लोगों का चयन किया गया है। प्रोफसर निहारिका वोहरा यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर बनाई गई हैं। जो आईआईएम अहमदाबाद से जुड़ी रही हैं। और पढ़ाऩे का 20 साल से ज्यादा का अनुभव रखती हैं। बोर्ड में भी देश के जाने माने लोगों को शामिल किया गया है। अशोका यूनिवर्सिटी और इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस के संस्थापक रहे डॉ प्रमथ राज सिन्हा, जेनपैक्ट की पहचान से जुड़े प्रमोद भसीन, नौकरी डॉटकॉम वाले संजीव बिखचंदानी, केके अग्रवाल, श्रीकांत शास्त्री और प्रोफेसर जी श्रीनिवासन जैसे दिग्गज शामिल हैं।
दिल्ली कौशल एवं उद्यमिता विश्वविद्यालय बिल साल 2019 के दिसंबर में विधानसभा में पास किया गया था। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्मंत्री मनीष सिसोदिया का यह ड्रीम प्रोजेक्ट है। जिसका एकमात्र लक्ष्य दिल्ली के युवाओं को नौकरी के लिए तैयार करना है। इसके लिए इंडस्ट्री की जरूरत के हिसाब से युवाओं को ट्रेनिंग देने की व्यवस्था बनानी होगी। जो नौकरी देने वाले की जरूरत है उसे समझते हुए कोर्स डिजाइन करने होंगे। तभी तो जैसे ही छात्र पढ़ाई पुरी करके बाहर निकलेगा नौकरी उसके हाथों में होगी। 10 वीं, 12वीं के बाद एडमिशन का प्रावधान किया जाएगा। साथ ही पार्ट टाईम कोर्सेज भी शुरू किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगले साल से एकेडेमिक सेशन की शुरुआत हो जाएगी। पहला कदम हमने बढ़ा दिया है। असली आकलन यूनिवर्सिटी के पहले बैच के छात्रों के पढ़कर बाहर आने के बाद ही होगा। उन्हें पूरी उम्मीद है कि यह विश्वविद्यालय दिल्ली सरकार के मोहल्ला क्लिनिक और सर्विसेज की डोर स्टेप डिलीवरी की तर्ज पर पूरे देश दुनिया में मिसाल साबित होगा।