9 बजे 9 मिनट बेरोजगारी पर बुलंद आवाज

#9बजे9मिनट – नेशनल नंबर वन ट्रेंडिंग

साल के 9 वें महीने की 9 तारीख को रात 9 बजे 9 मिनट एक मोमबत्ती देश में बढ़ती बेरोजगारी के नाम जलाने की मुहिम सोशल मीडिया पर चलाई गई। देर रात तक इसका जबरदस्त असर को देखने को मिला। ट्विटर पर 10 लाख से अधिक लोग एक समय पर एक साथ इस विषय पर बात करते पाए गए। ऐसा होना यही बताता है कि देश में नंबर वन पर ट्रेंड करता रहा यह मुद्दा। युवाओं ने पुकारा देश ने साथ में आवाज से आवाज मिलायी और फिर इसकी गुंज पूरी दुनिया ने सुनी।

इन दिनों क्रांति का बिगुल इसी तरह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से ही उठता रहा है। लोगों ने बड़ी ही गंभीरता से इस आह्वान को लिया। सोशल मीडिया पर उठे शोर के साथ देश के कोने कोने से आवाज उठी। रात 9 नौ बजे 9 मिनट दिया जलाने की पुकार को सुन कर देश के कोने से ऐसी तस्वीर सामने आने लगी जिसमें युवाओं के साथ आम लोग बढ़-चढ़ कर इस आंदोलन का हिस्सा बनते दिखे।

इन दिनों ऐसा होना आम चलन सा हो गया है। पहले जनता मशाल लेकर चलती है उसके पीछे नेता जुड़ते जाते हैं। विपक्ष भी इस आंदोलन से जुड़ा। विशेषकर विपक्ष का युवा नेतृत्व देश के युवाओं की आवाज बुंलद करते दिखा। बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी देश में बढ़ती बेरोजगारी की समस्या को लेकर युवाओं के साथ खड़े दिखे।

तेजस्वी यादव ने बेरोजगारी के मुद्दे पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि डबल इंजन के बावजूद भी बिहार बेराजगारी का केंद्र बना हुआ है। उन्होंने 9 बजे 9 मिनट लालटेन जला कर बेरोजगारी विरोधी देशव्यापी आंदोलन को अपना समर्थन दिया।

उत्तरप्रदेश में सूबे की मुख्य विपक्षी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भी अपनी तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा की। साथ ही कहा कि आइए युवाओं और उनके परिवार की बेरोजगारी और बेकारी के इस अंधेरे में 9 बजे 9 मिनट बत्तियां बुझाकर क्रांति की मशाल जलाए, उनकी आवाज मे आवाज मिलाएं।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी देश में बड़ी समस्या बन चुकी बेरोजगारी के खिलाफ आवाज बुलंद करती दिखीं। उन्होंने कहा कि इस देश का युवा अपनी आवाज सुनना चाहता है। लोगों से अपील है कि वह भी युवाओं का साथ दें।

प्रियंका गांधी का ट्विट