सड़क ने ‘टिफिन वाले नेता’ से मिलाया

AAP ने सड़क निर्माण आरंभ करवाया

सड़क ने सालों सताया..सड़क ने शहर के स्वाभिमान को ललकारा..तो सड़क ने हमारे सम्मान को भी चोट पहुंचाया। सड़क शरीर पर चोट की वजह बनी.. तो सड़क ने जेब का बोझ भी बढ़ाया। सड़क ने नेताओं के नकली चेहरे दिखाए.. तो इसी सड़क ने आज ‘टिफिन वाले नेता’ से भी मिलवाया।

आखिरकार उत्तरी दिल्ली के मुखर्जी नगर विस्तार के नेहरू विहार की मुख्य सड़क के निर्माण कार्य के उद्घाटन की आधिकारिक घोषणा हो गई। निर्माण को एमसीडी चुनाव की आंच से प्रभावित नहीं होने का आश्वासन भी साथ मिला। दिल्ली सरकार के बड़े नेता और मंत्री सतेन्द्र जैन की उपस्थिति में शुभारंभ किया गया। सड़क के लिए स्थानीय लोगों ने 6-7 सालों का लंबा संघर्ष झेला है। दिल्ली का शायद ही ऐसा कोई संबंधित दफ्तर होगा, जहां इससे जुड़ा लेटर लोगों ने नहीं पहुंचाया होगा। मौजूदा सांसद..दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष मनोज तिवारी और पिछली बार के आम आदमी पार्टी के विधायक पंकज पुष्कर जैसे बड़े नेता निर्माण का लॉलीपॉप जनता को देते रहे। मौजूदा निगम पार्षद पूजा मदान ने तो बहुत ही निराश किया। क्योंकि सबसे बड़ी जिम्मेदारी उन्हीं की रही। अब वे भ्रष्टाचार के आरोप के साथ बीजेपी से निकाली जा चुकी हैं। फिलहाल वे आम आदमी पार्टी के सहारे अपना और अपने पति का आगे का सियासी भविष्य बचाने में जुटी हैं।

लेकिन आज तो बात ‘टिफिन वाले नेता’ की होनी चाहिए..जनता को जिनसे आज इसी सड़क ने मिलवाया। वैसे तो वे इलाके के विधायक हैं..लोग उनका नाम जानते रहे..शक्ल भी पहचानते रहे। लेकिन पहली बार जान सके कि उनके विधायक दिलीप पांडे ने टिफिन साथ लेकर दिल्ली सरकार के मंत्रालयों के चक्कर लगाए हैं। सीएम से लेकर मंत्रियों तक से मिलने के लिए लंबा इंतजार किया है। टिफिन..यानी खाना होने की वजह से ही लंबा इंतजार संभव हो सका..अच्छे से मुलाकात हो सकी..अच्छे से बात हो सकी..तभी तो साकार हो सका ये सपना। पास हो सका सालों से अटका सड़क निर्माण का ये प्रोजेक्ट। चलिए विधायक जी की मेहनत रंग लाई..काम की शुरुआत हो गई। लेकिन लगता है संघर्ष अभी बाकी है। अभी उन्हें टिफिन के साथ बुझाने और बहाने के लिए पानी की बोतलें भी तैयार रखनी होगी। क्योंकि आगे उनका सामना सड़क पर बिछी एमसीडी चुनावी मार्का वाले सियासी बारूद से जरूर होगा..कांटों के साथ फूल भी खूब मिलेंगे।